बेटी सुप्रिया सुले और दाहिना हाथ कहे जाने वाले प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का नया कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने व भतीजा अजीत पवार को कोई जिम्मेदारी नहीं दिए जाने पर पवार ने बात की है।राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ( राकांपा ) के प्रमुख शरद पवार ने पार्टी संगठन में दो-दो कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति की है। बेटी सुप्रिया सुले और दाहिना हाथ कहे जाने वाले प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का नया कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने व भतीजा अजीत पवार को कोई जिम्मेदारी नहीं दिए जाने पर पवार ने बात की है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का काम सुचारू ढंग से हो सके इसलिए यह निर्णय लिया गया है। देश में स्थिति ऐसी है कि सभी राज्यों की जिम्मेदारी केवल एक व्यक्ति को देना गलत होगा।
भतीजा अजीत पवार को अच्छा नहीं लगेगा?
जब मीडिया ने शरद पवार से सवाल किया कि प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले को पार्टी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिए जाने से भतीजे अजीत पवार को कैसा महसूस होगा, राक्रांपा प्रमुख ने कहा कि उनका भतीजा पहले से ही बहुत सारी जिम्मेदारियां संभाल रहा है। अजीत पवार महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता भी हैं।
घोषणा के बाद अजीत पवार खफा नजर आए
शरद पवार ने एनसीपी की 24वीं स्थापना वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में यह घोषणा की। इस घोषणा के बाद अजीत पवार काफी खफा नजर आए। वह पत्रकारों से बातचीत किए बिना ही मुंबई स्थित पार्टी कार्यालय से निकल गए। अजीत पवार ने 2019 में बीजेपी के साथ हाथ मिलाकर सरकार बनाई थी। मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस और उप मुख्यमंत्री के रूप में अजीत पवार ने सुबह ही शपथ ले ली। लेकिन नाटकीय ढंग से केंद्र सरकार द्वारा उनके खिलाफ सभी केस बंद किए जाने के बाद वह लौट आए और महा विकास अघाड़ी की सरकार बनी।
सुप्रिया सुले को मिली महाराष्ट्र, हरियाणा और पंजाब की जिम्मेदारी
सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, महिला युवा और लोकसभा समन्वय की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, प्रफुल्ल पटेल को मध्य प्रदेश, राजस्थान और गोवा की जिम्मेदारी मिली है। एनसीपी के प्रमुख नेता अजित पवार की मौजूदगी में यह घोषणा की गई।