बाराबंकी। पत्रकार के घर में घुसकर हिस्ट्री शीटर व कई मुकदमों में सजा काट चुके नामी गिरामी दबंग और किसान यूनियन का चोला ओढ़े लोगों ने जमकर उत्पात मचाया। घर के लोगों को मारापीटा और गंदी गंदी गालियों से भी नवाजा। जब पत्रकार के भाई ने इसपर उनका विरोध करना चाहा तो उसे व उसके छोटे भाई को भी जमकर मारापीटा। वैसे तो मामले का पूरा वीडियों पत्रकार के घर वालों ने बनाया लेकिन अंधी व्यवस्था में क्या सत्य और क्या न्याय वाला हाल सामने है।मामला कोतवाली नगर अंतर्गत पीटबटावन मोहल्ले के निवासी पत्रकार सद्दाम राईन पुत्र अब्दुल कलाम से जुड़ा है। जब पत्रकार अपने कार्यालय मे ंखबरों का संकलन व प्रेषण कर रहा था तो उसी समय सायंकाल करीब 04 बजे शुएब राईन नामक दबंग हिस्ट्रीशीटर के तमाम गुर्गे उसके घर में घुस आए और जमकर उत्पात मचाने लगे। शोर सुनकर पास मे मौजूद पत्रकार का छोटा भाई अफसान जब घर पहुंचा और इस उत्पात को देखा तो उसने दबंगों का विरोध किया जिसपर उसे भी इन लोगों ने मारा पीटा। जब अफसान का छोटा भाई अरशद जिसकी उम्र मात्र 13 वर्ष है अपने भाई को बचाने दौड़ा तो उसे भी इन लोगों ने मारापीटा। लेकिन हद तो तब हुई जब पत्रकार को सूचना मिलने पर वह अपने परिवारीजनों के साथ संबंधित सिटी पुलिस चैकी पहुंचा तो वहां का माहौल देखकर दंग रह गया क्योंकि दबंग हिस्ट्रीशीटर व उसके गुर्गे वहां भी पुलिस के सामने ही धमकी व गालियां देने लगे। इससे बढ़कर आश्चर्यजनक बात यह हुई कि किसान यूनियन के दबाव मे ंपुलिस ने घर में घुसकर उत्पात मचाने वालों के खिलाफ तो मामला दर्ज नहीं किया लेकिन पीड़ित व उत्पात मचा रहे लोगों का 151 आईपीसी की धारा अंतर्गत चालान कर कर्तव्यों की इतिश्री कर ली। जिससे दबंगों के हौसले बुलद है और पत्रकार के परिवारीजनों को इनका भय व आतंक सता रहा है। अब इसे रामराज्य कहा जाए तो फिर पुराना रावणराज्य ही इस रामराज्य से बेहतर होगा। जिसमें कम से कम पीड़ित की सुनवाई तो होती थी।