जी-20 शिखर सम्मेलन में भारत की अध्यक्षता का जश्न मनाने के लिए और इस संबंध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के हिस्से के रूप में, उर्दू अकादमी द्वारा ‘वसुधैव कुटुम्बकम‘ पर आधारित शिखर सम्मेलन के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से एक शैक्षिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अकादमी के निदेशक, प्रोफेसर कमरुल हुदा फरीदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डाला और भारत के लिए इस भव्य आयोजन की अध्यक्षता पर अपने विचार व्यक्त किये। मुख्य अतिथि डा शम्स तबरेज खान (कृषि विज्ञान विभाग) ने ग्लोबल वार्मिंग के मुद्दों को हल करने में जी20 शिखर सम्मेलन के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि दुनिया को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने के लिए हमें सभी उपलब्ध साधनों का उपयोग करना चाहिए।।प्रोफेसर जकी अनवर सिद्दीकी, प्रभारी, भूमि और उद्यान, प्रोफेसर तारिक छतारी, डॉ. सरफराज अनवर और डॉ. मोइद रशीदी मानद अतिथि के रूप में इस अवसर पर उपस्थित रहे। प्रोफेसर तारिक छतारी ने अपनी एक कहानी पढ़ी और इस अवसर पर डॉ. सरफराज और डॉ. मोइद रशीदी ने अपनी कविताएं प्रस्तुत कीं। डॉ. रफीउद्दीन ने जी20 पर व्याख्यान देते हुए कहा कि भारत 32 विभिन्न कार्य क्षेत्रों में लगभग 50 शहरों में 200 से अधिक बैठकों की मेजबानी करेगा, और भव्य आयोजन जी20 प्रतिनिधियों को भारत का अनुभव करने और इसे करीब से जानने का अवसर प्रदा करेगा। जी20 के हरित विकास कार्यक्रम के तहत अकादमी के प्रांगण में पौधे भी रोपे गए।