कौशाम्बी | सरकार भी आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है लेकिन समाज में जब ऐसे घटिया मामले आते है तो सोचने पर मजबूर करते है कि आखिर ये जैसी आजादी। समाज मे आज भी ऐसे लोग मिलेंगे जो महिलाओं को अपनी बाप की जागीर समझते हैं फिर वो चाहे कोई भी महिला हो उनके साथ अभद्र व्यवहार करने से बाज नही आते है। ऐसा ही मामला सिराथू तहसील के डोरमा ग्राम सभा का है जिसमे विधवा दलित महिला ने ग्राम प्रधान पर गाली-गलौच व मारपीट का आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र उपजिलाधिकारी को सौंपा है।
मालूम हो सफाई कर्मी दलित विमला देवी विधवा है और वह डोरमा ग्रामसभा में सफाईकर्मी के पद पर तैनात है। विधवा होने के चलते आए दिन ग्राम प्रधान उसे परेशान करने के लिये एक पुरवा से दूसरे पुरवा तो दूसरे से तीसरे पुरवा सफाई करवाता है। हालांकि सफाई कर्मी विमला का कहना है जब उसे सफाई ही करनी है तो चाहे जहाँ सफाई करवाये फर्क नही पड़ता। वहीं शिकायती पत्र में विमला ने आरोप लगाया कि प्रधान कुछ दिनों से आये दिन जातिसूचक शब्दो का इस्तेमाल कर गाली देता रहता है जब उसका इतने में भी पेट नही भरा तो उसने उसके साथ मारपीट करते हुए रखैल जैसे गंदे शब्दों से नवाजा है जैसे संगीन आरोप लगाते हुए गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर न्याय दिलाने की गुहार उच्चाधिकारियों से की है। वही मामला प्रकाश में आने के बाद दलित समाज के नेताओं ने कहा अगर ग्राम प्रधान पर प्रशासन कार्रवाई नही करती है तो वे किसी भी तरह बेसहारा विधवा को न्याय जरूर दिलाएंगे। वही ग्राम प्रधान ने भी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।