हैदरगढ़, बाराबंकी। क्षेत्रीय प्रबंधक लखनऊ एवं सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक कैसरबाग डिपो की तानाशाही के चलते हैदरगढ़ कैसरबाग के बीच चलने वाली बस सेवाओं को मनमानी ढंग से लोड फैक्टर का बहाना बनाकर बंद कर दिया गया है । जिससे दैनिक यात्रियों में जबरदस्त आक्रोश है।उल्लेखानीय है की हैदरगढ़ कैसरबाग के बीच चलने वाली बस सेवाओं के सहारे बाराबंकी व लखनऊ जनपद के विभिन्न कस्बों से दैनिक यात्री जिनमें अधिवक्ता सरकारी कर्मचारी और छात्र-छात्राओं के अलावा बड़ी संख्या में रोगी लोहिया हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज के लिए हैदरगढ़ से आवागमन करते हैं इन बस सेवाओ के बंद हो जाने से यात्रियों को दर दर की ठोकरे खानी पड़ रही है। जहां एक और अन्य मार्गों पर राजस्व घाटा उठाने के बाद भी बसों का संचालन किया जा रहा वही हैदरगढ़ कैसरबाग के बीच चलने वाली बसों को घाटा दिखाकर बंद किया जा रहा है। वही इस मार्ग पर डग्गामार वाहनों की भरमार है जिस पर विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। डग्गामार वाहनों द्वारा कम किराए में यात्रा कराने की वजह से ही कैसरबाग डिपो की बसों को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है। जानकारों ने बताया कि हैदरगढ़ कैसरबाग के बीच बस सेवाओं को जन सुविधा को ध्यान में रखते हुए संचालित किया जा रहा था परंतु अब लोड फैक्टर का बहाना बनाकर बंद कर दिया गया है जिससे क्षेत्र की जनता में जबरदस्त आक्रोश है। जिसके चलते यात्री डग्गामार वाहनों से यात्रा करते हैं। बसे बंद हो जाने के चलते आज कई रोगियों को मनमाने किराए पर प्राइवेट साधन बुक करके लोहिया व मेडिकल कॉलेज के लिए जाते देखा गया। जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यात्रियों ने क्षेत्रीय विधायक दिनेश रावत एवं क्षेत्रीय मंत्री सतीश चंद्र शर्मा से कैसरबाग डिपो की बसों का संचालन जनहित को ध्यान में रखते हुए पुनः शुरू करवाए जाने की मांग की है।
लोड फैक्टर की वजह से अन्य मार्गो पर भी बंद होगी बसे
लोड फैक्टर का बहाना बनाकर कैसरबाग से हैदरगढ़ के बीच बसो का संचालन बंद किया जा चुका है। जबकि वर्तमान समय में गोरखपुर बहराइच दिल्ली सहित विभिन्न मार्गों पर बस सेवाओं का घाटा के बीच संचालन किया जा रहा है । बताते हैं जुलाई-अगस्त के दौरान अधिकांश मार्गो पर यात्रियों का अभाव हो जाता जिसकी वजह से बसों को घाटा होने के बाद भी संचालित किया जाता है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की लापरवाही की वजह से हैदर गढ़ के लिए बसों का संचालन बंद हो गया जबकि अन्य मार्गों पर घाटा होने के बावजूद भी बसों का संचालन किया जा रहा है। जबकि हैदरगढ आने वाली इन बसों का संचालन आय की दृष्टि से नहीं बल्कि लोगों की सुविधा की दृष्टि से शुरू किया गया था परंतु अब इन बसों को बंद कर दिया गया हैं।
क्षेत्रीय प्रबंधक की मनमानी से बंद हुआ बसों का संचालन सूत्र बताते हैं कि हैदरगढ़ के लिए चलने वाली बसों के साथ भेदभाव तब शुरू हुआ जब तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक पीके बोस की मौत के बाद यहां पर क्षेत्रीय प्रबंधक के रूप में मनोज पुंडीर की तैनाती हुई तैनाती के कुछ समय बाद ही क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा कैसरबाग बस स्टेशन के गेट नंबर 1 के बगल में लगने वाली हैदरगढ़ की बसों का काउंटर बदलकर गेट नंबर 2 के करीब कर दिया गया। जिसकी वजह से लखनऊ से हैदरगढ़ आने वाले यात्रियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा जिस समय मनोज पुंडीर की नई नई तैनाती हुई वह समय हैदर गढ़ के लिए 9 बसों का संचालन किया जाता था फिर धीरे-धीरे 5 बस सेवाओं को बंद कर दिया गया केवल चार बसों के सहारे हैदरगढ़ कैसरबाग के बीच में यात्रियों को बुलाया ले जाने लगा। जिसकी वजह से यात्रियों को घंटो घंटो बेसन के लिए इंतजार करना पड़ा और यही वजह रही कि धीरे-धीरे यात्री समय बचाने के लिए डग्गामार वाहनों का सहारा लेने लगे और फिर इसी बात का बहाना बनाकर विभाग नहीं एक-एक कर बस सेवाओ को बंद कर दिया और अब बसों का संचालन पूरी तरह से ठप हो चुका है।
Author: cnindia
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