महानगर छेरत क्षेत्र के पृथ्वी राज अस्पताल में दो वर्ष पहले डेंगू पीड़िता को बिना जरूरत के प्लेटलेट्स चढ़ा दी। जिससे महिला की आंखों में खून उतर आया। कुछ दिन बाद उसकी आंखों की रोशनी चली गई। इस मामले में परिवार की ओर से जिला उपभोक्ता आयोग में दायर अर्जी पर आयोग ने अस्पताल के संचालक डॉक्टर मलखान सिंह पर 30 लाख रुपये व 10 हजार वाद का जुर्माना ठोका है। साथ में आदेश दिया है कि वाद दायर करने के दिन से नौ फीसदी ब्याज दर के साथ यह हर्जाना 45 दिन में देना होगा। आपको बता दें कि अतरौली तहसील के हरदुआगंज के गांव नारौली निवासी एटा में तैनात पुलिसकर्मी सचिन की 53 वर्षीय मां मिथलेश देवी को बुखार की शिकायत हुई। उन्हें छह नवंबर 2021 को छेरत के पृथ्वीराज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां डेंगू की पुष्टि हुई और डॉ. मलखान सिंह ने पहले 46 हजार और फिर 74 हजार प्लेटलेट्स बताते हुए दो घंटे में चार पैकेट प्लेटलेट चढ़ा दी। आरोप है कि कुछ देर बाद उनकी आंखों से खून बहने लगा और रोशनी चली गई। हालत बिगड़ती देख उन्हें मेडिकल कालेज रेफर किया गया। यहां से उन्हें एम्स रवाना कर दिया गया। वहां सीटी स्कैन व अन्य जांच में पाया गया कि गैर जरूरी होने के बावजूद प्लेटलेट्स चढ़ाने पर ऐसा हुआ है। डॉक्टरों ने कहा कि अब अगर दस दिन में, इनकी आंखें नहीं निकलवाईं तो दिक्कत हो जाएगी। उस समय परिजन उन्हें घर ले आए और बाद में आंखों को निकलवाया गया। तब से महिला दृष्टिहीन हैं।