आयकर विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आलोक कुमार सिंह को कार्यालय में घुसकर निलंबित प्रशासनिक अधिकारी शिवशरण श्रीवास्तव ने धमकी दी। इस मामले में डिप्टी डायरेक्टर ने हजरतगंज थाने में धमकी व सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज कराया है। आयकर विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आलोक कुमार सिंह को कार्यालय में घुसकर निलंबित प्रशासनिक अधिकारी शिवशरण श्रीवास्तव ने धमकी दी। इस मामले में डिप्टी डायरेक्टर ने हजरतगंज थाने में धमकी व सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज कराया है। आरोपी आयकर विभाग के कैंटीन में नौकरी के नाम पर इंटरव्यू और जाली नियुक्ति पत्र बांटने के मामले में निलंबित किया गया है। उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जमानत पर छूटने के बाद कार्यालय में पहुंचा था।आयकर भवन में तैनात डिप्टी डायरेक्टर आलोक कुमार सिंह के मुताबिक लखनऊ विकास प्राधिकरण में तैनात शशि भूषण पाठक के खिलाफ एक जांच चल रही है। जिन्हें नोटिस भेज कर बयान के लिए बुलाया गया था। 28 अगस्त को शशि भूषण पाठक के साथ एसएस श्रीवास्तव भी दफ्तर आ पहुंचा। जिसने डिप्टी डायरेक्टर से फाइल दिखाने के लिए कहा। मना करने पर एसएस श्रीवास्तव गाली गलौज करने लगा। कई बार उसे टोका गया, लेकिन वह हरकतों से बाज नहीं आया। हंगामा बढ़ने पर सुरक्षा गार्ड की मदद से आरोपी को डिप्टी डायरेक्टर के कार्यालय से बाहर निकाला जा सका। जाते समय आलोक सिंह को उसने धमकी दी। आयकर विभाग की कैंटींन में बैठकर निरीक्षक पद के लिए इंटरव्यू लेने व जाली नियुक्ति पत्र दिलाने के नाम पर ठगी के आरोप में प्रशासनिक अधिकारी शिवशरण श्रीवास्तव को हजरतगंज पुलिस ने 30 मार्च को गिरफ्तार किया था। इसके बाद विभागीय कार्रवाई करते हुए शिवशरण को निलंबित कर दिया गया था। इस फर्जीवाड़े का खुलासा 22 नवंबर को पुलिस ने शिव शरण श्रीवास्तव की करीबी प्रियंका मिश्रा को गिरफ्तार कर किया था। प्रियंका के पास से मिले कॉल डिटेल व अन्य सबूतों के आधार पर एसएस श्रीवास्तव को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके बाद भी आरोपी आए दिन आयकर भवन पहुंच कर लोगों पर दबाव बनाता है।