भदैंया – कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के लखनऊ-वाराणसी हाईवे पर रविवार भोर में घने कोहरे के कारण श्रद्धालुओं से भरी बस अभियाकलां डायवर्जन बोर्ड से टकराकर गई। हादसे में तीन श्रद्धालु घायल हो गए। छत्तीसगढ़ से निकले श्रद्धालु वाराणसी में दर्शन पूजन के बाद अयोध्या धाम रामलला के दर्शन के लिए जा रहे थे। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के श्रद्धालु तीर्थयात्रा पर निकले हैं। शनिवार रात श्रद्धालुओं ने वाराणसी में बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया। इसके बाद अयोध्या धाम के लिए रवाना हुए। रविवार सुबह श्रद्धालुओं को अयोध्या में रामलला का दर्शन करना था। बस रविवार भोर करीब चार बजे हनुमानगंज बाईपास के पास अभियाकलां स्थित डायवर्जन बोर्ड से टकराई, इसके बाद डिवाइडर से भिड़ गई। दुर्घटना के बाद श्रद्धालुओं में चीख-पुकार मच गई। हादसे में बस के केबिन मेंं बैठे मानक, जयवीर और तीरमजीत मामूली घायल हो गए, जबकि अन्य लोग बाल-बाल बच गए। श्रद्धालुओं ने घायल यात्रियों को सीएचसी भदैंया भिजवाया। हादसे के बाद बस खराब हो गई। श्रद्धालुओं ने कड़ाके की ठंड में सड़क के किनारे समय बिताया। बस ठीक होने के बाद रविवार दोपहर श्रद्धालु गंतव्य को रवाना हुए। चालक वीर प्रताप ने बताया कि कोहरे के चलते बस अनियंत्रित होकर डायवर्जन बोर्ड से टकराकर डिवाइडर से भिड़ गई थी। बस में कुल 42 श्रद्धालु सवार थे। इसमें 38 श्रद्धालु स्लीपर में लेटे थे जबकि चार केबिन में थे। दुर्घटना के बाद श्रद्धालु चिल्लाते हुए बाहर निकले। यात्रियों ने कड़ाके की ठंड आसमान के नीचे बिताई। श्रद्धालु रागिनी ने बताया कि यहां तेज मोड़ है। इसी वजह से हादसा हुआ। शिवामा ने बताया कि हम लोग रामलला के दर्शन को जा रहे थे। उनकी कृपा से सभी बच गए। रजाता ने बताया कि दुर्घटना के बाद खुले आसमान के नीचे समय बिताना पड़ा। अभियाकलां निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि यहां अक्सर दुर्घटना होती रहती हैं। कोहरे में यहां हादसे बढ़ जाते हैं। डायवर्जन स्थल पर मिट्टी का एक टीला बना दिया गया है। कोई संकेतक भी नहीं लगा है। गति अवरोधक भी नहीं बनाया गया है। यहां से गुजरते समय वाहनों की रफ्तार कम नहीं होती है। दूर से वाहन पर सवार लोगों को रास्ते का सही पता नहीं लग पाता है। शुक्रवार सुबह यहां चार कारें दुुर्घटनाग्रस्त हो गईं थी। कुछ महीने पहले यहीं एक कार पलट गई थी।