जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला क्षय रोग निवारण कार्यक्रम की समीक्षा की गई। डीएम ने कहा कि क्षय रोग घातक अवश्य होता है परंतु लाइलाज नहीं है। रोगियों के लिए दवा के साथ प्रोटीन युक्त पोषक आहार का सेवन अनिवार्य किया गया है। उन्होंने चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ को निर्देशित किया कि टीबी ग्रसित मरीजों को समय पर दवाई लेने एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने के लिए निरंतर समझाया जाए। इसके साथ ही बीमार व्यक्ति को भावनात्मक सहयोग भी किया जाए। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत बैठक करते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि राज्यपाल महोदय का 18 जुलाई को जनपद में आगमन हो रहा है। उनके द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके साथ ही गोद लिए गए मरीजों की हालत में सुधार, पोषण किट वितरण के बारे में भी जानकारी प्राप्त की जाएगी। घरों में दवा ले रहे मरीजों से फोन के माध्यम से भी उनकी सेहत, पौष्टिक किट वितरण, आहार भत्ता के बारे में पूछा जा सकता है। इसके साथ ही सम्पूर्ण टीबी निवारण कार्यक्रम की समीक्षा एवं किट वितरण का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है।