अभिमन्यु के पुत्र,राजा परीक्षित थे। राजा परीक्षित के बाद उन के लड़के जनमेजय राजा बने
एक दिन जनमेजय वेदव्यास जी के पास बैठे थे। बातों ही बातों में जन्मेजय ने कुछ नाराजगी से- वेदव्यास जी से कहा..! कि,”जहां आप समर्थ थे ,भगवान श्रीकृष्ण थे, भीष्म पितामह, गुरु द्रोणाचार्य कुलगुरू कृपाचार्य जी, धर्मराज युधिष्ठिर,जैसे महान लोग उपस्थित थे…..फिर भी आप महाभारत के युद्ध को होने से नहीं रोक पाए- और देखते-देखते … Read more