जिला मजिस्ट्रेट इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में नारकोटिक्स कोऑर्डिनेशन की जिला स्तरीय समिति की बैठक आहूत की गई। बैठक में नशीली दवाओं- कोकीन, अफीम, चरस, पोस्ता एवं अन्य मादक पदार्थों की तस्करी पर रोकथाम के लिए आपस में विभागीय समन्वय एवं सूचनाओं के आदान-प्रदान के माध्यम से कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि हम सभी को इस बात का एहसास है कि हमारे आसपास नशीले पदार्थों का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। जोकि बड़ी चिंता का विषय है। हम सभी को चाहिए कि मादक पदार्थों के क्रय-विक्रय, प्रयोग, दुष्परिणामों, हानिकारक प्रभावों के बारे में जन सामान्य को जागरूक करें। उन्होंने समिति के सदस्यों से कहा कि हमारा जनपद खैर सीमा क्षेत्र में हरियाणा एवं गभाना क्षेत्र में दिल्ली प्रदेश से सटा हुआ है। पुलिस अभिसूचना एवं अन्य माध्यमों से नशीले पदार्थों की तस्करी की संभावनाओं को शून्य किया जाए। स्कूल कॉलेजों में नशीली दवाओं के सेवन के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर युवाओं को जागरूक किया जाए। एनडीपीएस अधिनियम के अंतर्गत नशीली दवाओं पदार्थों के उत्पादन, निर्माण, कब्जा, क्रय-विक्रय, परिवहन, भंडारण, उपयोग और उपभोग एवं अन्तर्राज्यीय एवं अंतर्देशीय आयात-निर्यात के अवैध व्यापार पर सख्त निगरानी रखी जाए। नशा मुक्ति केंद्रों एवं पुनर्वास केंद्रों के क्रियाकलापों का समय-समय पर पर्यवेक्षण भी किया जाए। इस बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी, जिला आबकारी अधिकारी सतीश चंद्र, जिला कृषि अधिकारी अभिनंदन सिंह, सहायक निदेशक सूचना संदीप कुमार, पर्यवेक्षक नागरिक सुरक्षा सीपी सिंह, सह जिला विद्यालय निरीक्षक सुभाष बाबू एवं योगेंद्र सिंह उपस्थित रहे।