जौनपुर। कप्तान साहब ! एक नजर मुंगराबादशाहपुर थाना पर भी। जहां बीते 7 अप्रैल 2023 को किए गए उपनिरीक्षक एवं आरक्षियों के स्थानांतरण आदेश का अनुपालन एक पुलिस कर्मी द्वारा दो महीने बाद भी अनुपालन नहीं किया गया। इसके पीछे क्या रहस्य है, किसकी ताकत के बलबूते उक्त पुलिस कर्मी द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा० अजय पाल शर्मा के आदेश को चुनौती दी जा रही है। इसे लेकर लोगों में जहां तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है वहीं यह मामला पूरी तरह रहस्यमय बना है। बताते चलें कि बीते 07 अप्रैल 2023 को एस टी संख्या 53 पर अपराध एवं अपराधियों पर अंकुश लगाने हेतु उपनिरीक्षकों, कांस्टेबल, अनुवादक सहित कुल लगभग 621 उपनिरीक्षक एवं आरक्षियों के तबादले किए गए थे । जिसके अनुपालन में मुंगराबादशाहपुर थाना पर तैनात रहे उपनिरीक्षक एवं आरक्षी जहां अपनी नई तैनाती स्थल पर पहुंच कर अपना कार्य भार संभाल लिया वहीं एक पुलिस कर्मी द्वारा दो महीने बाद भी कप्तान के आदेश को चुनौती दे डाली है। सूत्रों की मानें तो 7 अप्रैल को मुंगराबादशाहपुर से स्थानांतरित किया गया आरक्षी 7 जून तक कप्तान के आदेश को चुनौती देता रहा। वह किसकी ताकत के बलबूते अपने ही जिला पुलिस प्रमुख के आदेश को चुनौती देने का साहस जुटा लिया जहां पूरी तरह रहस्यमय बना हुआ है वहीं इस मामले को लेकर लोगों में तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है। बताया जाता है कि कई वर्षों से मुंगराबादशाहपुर थाने पर अंगद के पांच की तरह पांव जमाने वाले उक्त पुलिस कर्मी द्वारा सत्तापक्ष से जुड़े कतिपय लंबरदारों से सांठगांठ कर अपना दबदबा कायम रखने मे सफल हो गया हैं। जिसके कारण उसने पुलिस अधीक्षक डा० अजय पाल शर्मा द्वारा बीते 07 अप्रैल 2023 को जारी किए गए तबादले के आदेश को भी चुनौती दे डाली। लोगों ने पुलिस अधीक्षक का ध्यान आकृष्ट किया है