प्रदेश के विभिन्न जनपदों में फसलों की उत्पादकता में अत्यधिक भिन्नता के दृष्टिगत से कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही उत्तर प्रदेश की अध्यक्षता में किए गए प्रस्तुतिकरण में गेंहूँ, धान, दलहन की फसलों का उत्पादकता बढ़ाने के लिए संस्तुतियां प्राप्त हुई। जहां प्रदेश में जनपद बागपत में गेंहूँ की उत्पादकता 45.51 कुंतल प्रति हेक्टेयर दर्ज हुई है, वही पर जनपद सोनभद्र में 27.09 कुंतल प्रति हेक्टेयर की उत्पादकता वर्ष 2021-22 में दर्ज हुई। समिति द्वारा अपनी संस्तुतियों में विभिन्न पैरामीटर पर उत्पादकता बढ़ाने के लिए सुझाव दिये गये जिसमें समय से बुवाई के लिए जीरोट्रिल सीड ड्रिल का प्रयोग, पंक्ति बुवाई हेतु हैप्पी सीडर सीडर यंत्र का उपयोग, भूमि एवं बीज शोधन, लेजर लैण्ड लेवलर यंत्र का प्रयोग, कृषि जलवायु क्षेत्र के आधार पर कम सिंचाई चाहने वाली प्रजातियों का चयन एवं उपलब्धता, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली स्प्रिंक्लर का प्रयोग को बढ़ावा, मृदा परीक्षण के आधार पर संतुलित उर्वरकों एवं सूक्ष्म पोषक तत्वों का समय से प्रयोग, फसल कटाई के प्रयोगों को सावधानीपूर्वक किया जाये, जिससे उत्पादकता का सही आंकलन हो सके। इसी प्रकार धान की उत्पादकता जनपद औरैया में 51.06 कुंतल प्रति हेक्टेयर है, वहीं जनपद श्रावस्ती में धान की उत्पादकता मात्र 29.21 कुंटलन प्रति हेक्टेयर वर्ष 2021-22 में दर्ज की गयी। समिति द्वारा अपनी संस्तुतियों में विभिन्न प्रभावी बिन्दुओं का उल्लेख किया गया जो इस प्रकार है। प्रति वर्ग मीटर पौध संख्या 50 से 55 रखी जाये, ड्रम सीडर का प्रयोग किया जाये, कृषि विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारी अपने-अपने जनपदों में इन फसलों के विकास खण्डवार उत्पादकता के आंकडे संग्रहित कर यह सुनिश्चित करेंगे।
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