सतरिख, बाराबंकी। सराय प्रसण्डा में तेज गर्मी और तपती धूप से नदी तालाब सूख गए हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बोर हैंडपंप सालों से खराब पड़े हैं। पेयजल संकट के चलते ग्रामीण अब भीषण गर्मी में पानी के लिए तरस रहे हैं।सराय प्रसण्डा के खालेपुरवा गांव में गर्मी के दिनों में पानी के लिए ग्रामीण अंचलों में त्राहि-त्राहि मची हुई है। हरख के ग्रामीणों क्षेत्रों में आधा से ज्यादा आबादी खेतों में लगें ट्यूबवेल का पानी पी रहे हैं। वहीं सरकार इन गांवो तक पेयजल पहुंचाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करने का दावा कर रही है। लेकिन जमीनी स्तर पर पेयजल मुहैया कराने के लिए कोई काम नहीं हो रहा है।ग्रामीणों ने कहा सिर्फ कागजों में पेयजल की पूर्ति कराने की योजना बन रही है ग्रामीणों क्षेत्रों के साथ साथ मानपुर सहेलिया गांव के आसपास क्षेत्रों का भी पेयजल के लिए बुरा हाल है।वहीं गांव के जितेंद्र कुमार बताते हैं कि करीब डेढ़ साल से गांव में सरकारी नल खराब पड़े हैं। ग्राम प्रधान सेकेटरी से लेकर उन्होंने आला अधिकारियों से खराब नलों की शिकायत की मरम्मत नहीं हो पाई है न ही रिबोर कराया गया है। जिससे साफ जाहिर होता है कि सरकार की योजना हर घर नल पहुंचाने की है।लेकिन जिम्मेदार अधिकारी योजना को पलीता लगाने में जुटे हुए हैं वहीं इस भीषण गर्मी में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं विकास खंड अधिकारी राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया बताया कि अभी उनसे किसी भी ग्रामीण ने कोई शिकायत नहीं की है। अगर लोगों को पानी नहीं मिल रहा है, हैंडपंप खराब है, तो तुरंत ठीक कराने के आदेश दिए जा रहे हैं अगर इतने सालों से समस्या है। तो जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।