अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डाक्टरों ने गर्भ से एक दूसरे से जुड़ीं बहनों को नौ घंटे तक चली सर्जरी के बाद सफलतापूर्वक अलग किया है। दोनों बच्चियां अब स्वस्थ हैं। पिछले डेढ़ साल से बच्चियों की मां डाक्टरों की निगरानी में उपचार ले रही थीं। दोनों बच्चियों का लिवर, छाती की हड्डियां, फेफड़ों डायफ्राम और हृदय की कुछ झिल्लियां भी आपस में जुड़ी हुई थीं। उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी अंकुर गुप्ता ने बताया कि जब कुछ समय पहले उनकी पत्नी दीपिका गुप्ता गर्भवती हुईं तो जांच में जुड़वा बच्चों के आपस में जुड़े होने का पता चला। इसके बाद वह इलाज के लिए एम्स आ गईं। यहां प्रसव के बाद डा. मीनू वाजपेई के नेतृत्व में पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग की टीम ने 11 महीने बाद सर्जरी कर दोनों बच्चों को अलग करने का फैसला लिया। सर्जरी में डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ समेत करीब 64 लोगों के दल ने काम किया। पिछले महीने 11 जून के करीब नौ घंटे तक चली सर्जरी के बाद दोनों अलग हो गईं। इसी सप्ताह दोनों को अस्पताल से छुट्टी मिलेगी। दीपिका ने बेटियों का नाम रिद्धि और सिद्धि रखा है। पिता अंकुर ने कहा, एम्स ने उनके साथ परिवार जैसा व्यवहार किया है।
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