रामसनेहीघाट, बाराबंकी। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज राम सनेही घाट में गुरूवार को संस्कृति बोध परियोजना का शुभारंभ वंदना सत्र में किया गया। जिसमें पूर्व छात्र विभिन्न कालेजों के प्रबंधक समाजसेवी इत्यादि उपस्थित रहे।
विद्यालय के प्रधानाचार्य देवेंद्र कुमार शुक्ल द्वारा संस्कृति बोध परियोजना की संकल्पना और उद्देश्य पर प्रकाश डाला गया। भारत को जानो, भारत को मानो, भारत के बनो और भारत को बनाओ उक्त विचार को केंद्र में रखते हुए भारतीय संस्कृति के महत्व को विस्तार पूर्वक बताया गया। भारतीय संस्कृति कृण्वंतो विश्वमार्यम, वसुधैवकुटुंबकम, सर्वे भवंतु सुखिनरू इत्यादि विचारों की पोषक है। इस संस्कृति के कारण ही भारत की दुनिया में पहचान है विद्या भारती ने संस्कृति बोध परियोजना के माध्यम से समस्त समाज को जोड़ते हुए भारतीय संस्कृति के मूल तत्व को जन-जन तक पहुंचाने का निश्चय किया है।
जिसमें पूर्व छात्रों का विशेष सहयोग अपेक्षित है कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन के साथ किया गया आगंतुक महानुभावों का परिचय अंग्रेजी प्रवक्ता लक्ष्मीकांत पाठक द्वारा करवाया गया और कार्यक्रम का संचालन संस्कृति बोध परियोजना के प्रमुख राज नारायण (प्रवक्ता हिंदी )द्वारा किया गया।इस अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य बंधु बहने और समस्त भाई-बहन के अतिरिक्त संजय श्रीवास्तव, आशीष पाठक, आशीष गुप्ता प्रभात अवस्थी आदित्य श्रीवास्तव, सुरेंद्र कौशल ,विजय धीमान, मुकेश जैन दिनेश प्रताप सिंह, मोहम्मद अहमद , मंजू जैन आदि उपस्थित रहे।