हैदरगढ़, बाराबंकी। विकास खण्ड हैदरगढ़ क्षेत्र के पेचरूआ गांव निवासी बाबूलाल उर्फ बबलू शर्मा प्रतिदिन की तरह सोमवार शाम को भी भोजन करने के बाद शाम को अपनी बेटी साधना उम्र 18 वर्ष व पल्लवी उम्र 12 वर्ष के साथ कच्चे मकान की दीवार पर रखी टीन शेड के नीचे सो रहे थे। देर रात अचानक दीवार भरभरा कर ढह गई जिसके चलते मलबे में तीनों दब गए। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग जागे और आनन-फानन में मलबे से तीनों को बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया।
जहां पर चिकित्सकों द्वारा घायलों का उपचार किया गया। इस हादसे में बाबूलाल उर्फ बबलू व उनकी बेटी साधना जहाँ गम्भीर रूप से घायल हुई है, तो वही पल्लवी को मामूली चोटें पहुंची है। गंभीर रूप से घायल हुए बाप बेटी की हालत अब संतोषजनक बताई जा रही है।जानकारी के मुताबिक बाबूलाल उर्फ बबलू किसी तरह मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का जीवन यापन करते है। पत्नी की कई वर्ष पूर्व ही मौत हो चुकी है। यह भी बताया जा रहा है कि बाबूलाल को अब तक प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं मिला है वो अपने परिवार के साथ कच्चे मकान में किसी तरह गुजर बसर करते हैं। यदि उन्हें सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ मिल गया होता तो शायद यह हादसा ना होता।वहीं सूचना मिलते ही लेखपाल ने गांव पहुंचकर नुकसान का आंकलन करते हुए हर संभव सरकारी मदद पीड़ित परिवार को दिलवाए जाने का भरोसा दिलाया है। साथ ही मुख्यमंत्री आवास का लाभ जल्द दिलवाए जाने की भी बात उनके द्वारा कही गई है। वहीं पंचायत सचिव ज्ञान प्रकाश सिन्हा ने भी गांव पहुंचकर मौंके की स्थति की जानकारी लेते हुए हर संभव सरकारी मदद दिलवाए जाने का पूर्ण भरोसा दिलाया है।