भारत में रक्षाबंधन इस बार 30 व 31 अगस्त को मनाया जाएगा। इस क्रम में दूर दराज में रहने वाले भाई-बहनों को आने-जाने में बड़ी परेशानी की सामना करना पड़ रहा है। रिजर्वेशन को लेकर मारा-मारी के हालात हैं। अधिकांश ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची लगभग 100 से 150 के पार तक जा चुकी है। वैशाली एक्सप्रेस, कैफियात एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस, महाबोधि एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस, महानंदा एक्सप्रेस, कालका एक्सप्रेस, सीमांचल एक्सप्रेस सहित सभी ट्रेनों में कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा है। तत्काल में भी टिकट बुक नहीं मिल रहा है। रक्षाबंधन की भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त या विशेष ट्रेन का संचालन करने की घोषणा नहीं की है। सीएमआई संजय शुक्ला के अनुसार ट्रेनों में त्योहार को लेकर भीड़ है। काफी मुश्किल से कंफर्म टिकट मिल पा रही हैं। भाई-बहनों को अब रोडवेज बसों और निजी वाहनों के लिए टूर एंड ट्रेवल्स एजेंसियों का सहारा भी लेना पड़ रहा है। जिसका एजेंसी संचालक फायदा उठा रहे हैं। अभी तक शासन स्तर से गत वर्षों की तरह इस बार रक्षाबंधन पर बहनों को नि:शुल्क यात्रा कराने की घोषणा नहीं की गई है। लेकिन दिल्ली कानपुर मार्ग पर अतिरिक्त बसें चलवाने के साथ ही स्थानीय मार्गों पर अतिरिक्त बसें संचालित कराने की व्यवस्था की जा रही है।